लेखनी प्रतियोगिता -02-Feb-2022
वो बीते दिन...
वो बीते दिन कुछ खास थे,
जहाँ हम दोनों के किस्से हजार थे,
कुछ दिल की बातें भी हम मजाक में कह दिया करते थे,
जहाँ हम दोस्त पहले और जान बाद में बने थे।
बीते दिनों की वो तेरी बातें आज भी खुद से किया करती हुँ,
पर अब तुझे याद कर मुस्कान को कम और आंसुओ को ज्यादा जगह दिया करती हूँ,
तेरा साथ ना होते हुए भी तेरा ही साथ महसूस किया करती हूँ,
अब हर रात तेरे वक्त में, तेरे ही ख्यालों को बूंदा करती हूँ।
प्यार के एक झोंके से, जुडे थे हम एक दूजे से,
बिछडन की एक आंधी से, बिछडे हुए हैं हम बरसों से,
ना ही कोई लडाई थी, सिर्फ जुदा हुए तो अपनी खुशी से,
पर मुस्कुराए मुझे बरसों हो गए, क्योंकि मुस्कुराती थी में सिर्फ तुम्हारे साथ प्रिये।
वो बीते दिन की बातों को अब में ज्यादा याद नहीं करती,
तेरे लिए अब में कोई भी ख्याल अपने मन में बूंदा नहीं करती,
क्योंकि हमें पता हैं कि अब हमारा रिश्ता पहले जैसा रहा नहीं,
इसलिए तेरे वो इस जमाने में भी लिखे, प्रेम खत ज्यादा पढा नहीं करती।
करिश्मा खारवा
Kaushalya Rani
03-Feb-2022 04:04 PM
Nice
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Seema Priyadarshini sahay
02-Feb-2022 09:22 PM
बहुत खूबसूरत
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Sudhanshu pabdey
02-Feb-2022 09:20 PM
Very nice
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